मंगलवार, 28 जून 2011

कविता : ज्यादा पानी न डालो रानी

ज्यादा पानी न डालो रानी
क्यारियों के किनारों में ,
छाई हैं हरियाली .....
जिसको  देख रही हैं रानी  ,
लगी हैं उसके ओठो में लाली ....
क्यारियों में लगा रही हैं पानी ,
 उगा रही हैं पौधों के बीज .....
 छोटी -छोटी क्यारियों  में ,
 जिसमे हो रही हैं पानी के बर्बादी .....
 पानी उतना बर्बाद करो रानी ,
जिससे लोगो को न हो हैयरानी.... 
क्यारियों के किनारों में ,
 छाई हैं हरियाली .....
 लेखक - हंसराज 
 कक्षा - ८ अपना घर ,कानपुर

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