बुधवार, 26 अक्तूबर 2016


मौसम 
मौसम बन जाय  काश अगर ,
काले बादल छा  जाय अगर/
बारिश की बूंदो को लेकर ,,
धरती पर गिर जाय अगर /
जो लोग थे आश लेकर बैठे ,
कब बारिश की बूंदे लौटे /
हरियाली भी तो थम गई थी ,
सूरज की गर्मी से सहम गई थी /
तब हो जाएगी साफ डगर ,
मौसम बन जाइ काश अगर /

                     नाम = प्रांजुल कुमार 
                       कक्षा =7th  

कोई टिप्पणी नहीं: